नरेश गुनानी
टेलीग्राफ टाइम्स
2 फरवरी
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित RAS प्री परीक्षा आज दोपहर 12 बजे से शुरू हुई। परीक्षा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए राज्यभर के 41 जिलों में कुल 2,045 परीक्षा केंद्र बनाए गए, जहां लगभग 6.75 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा में सख्त नियमों का पालन किया गया, जिससे कई अभ्यर्थियों को निराशा का सामना करना पड़ा।
एक मिनट की देरी बनी बड़ी परेशानी
कई परीक्षा केंद्रों पर देर से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को एंट्री नहीं दी गई, जिससे वे निराश नजर आए। एक महिला अभ्यर्थी हाथ जोड़कर प्रवेश देने का अनुरोध करती दिखी, लेकिन परीक्षा केंद्र प्रशासन ने नियमों का हवाला देते हुए प्रवेश देने से इनकार कर दिया। वहीं, कुछ अभ्यर्थियों को बेल्ट, घड़ी जैसी चीजें बाहर ही उतारनी पड़ीं, जिससे परीक्षा शुरू होने से पहले ही उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी।
सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन की सख्ती
परीक्षा को नकल मुक्त बनाने के लिए प्रशासन ने कोचिंग संस्थानों, होटल और धर्मशालाओं पर नजर रखी। कोटपूतली-बहरोड़ जिले में 11 सरकारी और 25 निजी परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां जिला प्रशासन के निर्देशानुसार पुलिस की सख्त निगरानी रही।
प्रवेश न मिलने पर पुलिस से तीखी बहस
श्रीगंगानगर जिले में 71 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई, जहां कई अभ्यर्थी लेट पहुंचने पर पुलिसकर्मियों से बहस करते नजर आए। कुछ अभ्यर्थियों ने पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया, जबकि पुलिस प्रशासन का कहना था कि वे सिर्फ परीक्षा नियमों का पालन करा रहे थे।
अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र आवंटन पर उठाए सवाल
कुछ अभ्यर्थियों ने परीक्षा केंद्र आवंटन को लेकर असंतोष जताया। उनका कहना था कि गृह जिले से दूर परीक्षा केंद्र मिलने और एडमिट कार्ड में सही दिशा-निर्देश नहीं होने के कारण उन्हें परेशानी हुई। इससे वे सही समय पर परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच सके।
सख्ती के बावजूद शांतिपूर्ण परीक्षा
हालांकि कुछ स्थानों पर विवाद की स्थिति बनी, लेकिन प्रशासन की सख्ती के चलते परीक्षा कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रही। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भविष्य में अभ्यर्थियों को परीक्षा नियमों को गंभीरता से लेना होगा, ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो।