Reported By: महेश गुप्ता
Edited By: नरेश गुनानी
मार्च 09, 2025 18:06 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
हाईवे-रेलवे ट्रैक जाम की चेतावनी के बाद झुका प्रशासन, वकीलों का आंदोलन समाप्त
अजमेर। अजमेर के पुष्कर में अधिवक्ता पुरुषोत्तम की हत्या के विरोध में वकीलों का उग्र आंदोलन आखिरकार प्रशासन के झुकने के बाद समाप्त हो गया। दो दिनों तक सरकार की ओर से कोई ठोस आश्वासन न मिलने के कारण वकीलों ने हाईवे और रेलवे ट्रैक बंद करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद रविवार को प्रशासन, मृतक के परिजन और अधिवक्ताओं के बीच सहमति बन गई, जिसके बाद आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गई।
डीजे बंद करवाने पर हुआ था विवाद, हमले में गई अधिवक्ता की जान
घटना 2 मार्च की रात की है जब अधिवक्ता पुरुषोत्तम अपने पड़ोस में तेज आवाज में बज रहे डीजे को बंद करवाने गए थे। इस दौरान कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद अजमेर, पुष्कर और नसीराबाद में वकीलों ने बंद का आह्वान किया और उग्र प्रदर्शन किया।

वकीलों ने किया उग्र प्रदर्शन, दी थी चेतावनी
वकीलों ने परिवार के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
शनिवार को अजमेर, पुष्कर और नसीराबाद में बाज़ार पूरी तरह बंद रहे।
कुछ स्थानों पर दुकानों में तोड़फोड़ और मारपीट की घटनाएँ भी सामने आईं।
वकीलों ने चेतावनी दी थी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो स्टेट हाईवे और रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया जाएगा।
प्रशासन के साथ बनी सहमति, आंदोलन समाप्त
वकीलों के अल्टीमेटम के कुछ घंटों बाद प्रशासन, परिजन और अधिवक्ताओं के बीच सहमति बनी और आंदोलन समाप्त कर दिया गया। सहमति के तहत निम्नलिखित फैसले लिए गए—
1. मृतक के परिवार के एक सदस्य को संविदा पर नौकरी दी जाएगी।
2. परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा।
3. घटनास्थल के पास स्थित शराब का ठेका हटाया जाएगा।
4. मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाएगी।
प्रशासन के इन आश्वासनों के बाद वकीलों ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा कर दी और शहर में सामान्य स्थिति बहाल हो गई।