सादगीपूर्ण विवाह: राजपूत समाज में एक नई पहल
Edited By : लोकेंद्र सिंह शेखावत
मार्च 23, 2025 11 :27 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
जयपुर, राजस्थान/जयपुर जिले की रायथल ग्राम पंचायत के विजयपुरा निवासी प्रवीण सिंह बालापोता ने समाज में एक आदर्श प्रस्तुत करते हुए अपने दोनों पुत्रों का विवाह सादगी और मर्यादा के साथ सम्पन्न कराने का निर्णय लिया है। सरकारी शिक्षक और श्री क्षत्रिय युवक संघ के स्वयंसेवक प्रवीण सिंह का यह कदम राजपूत समाज में सुधार और कुरीतियों के उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
समाज सुधार की दिशा में पहल
वर्तमान समय में अधिकांश शादियाँ रात्रि में धूमधाम से आयोजित होती हैं, जिसमें अत्यधिक खर्च और दिखावे का प्रचलन है। इस वजह से कई परिवार कर्ज के बोझ तले दब जाते हैं और उस कर्ज को चुकाने में वर्षों लग जाते हैं। ऐसे माहौल में प्रवीण सिंह बालापोता ने समाज सुधार की दृष्टि से एक अनोखा और प्रेरणादायी निर्णय लिया है।
विवाह में विशेषताएँ:
- सादगीपूर्ण आयोजन: विवाह बिना दहेज और दिखावे के सम्पन्न होगा।
- दिन में विवाह: पाणिग्रहण संस्कार दिन में सूर्य देव को साक्षी मानकर किया जाएगा।
- अतिथियों का सादगी से स्वागत: बारातियों के स्वागत में केवल जलपान और नाश्ते की व्यवस्था होगी।
- दोनों पुत्रों का विवाह एक ही दिन: इससे समय और धन की बचत होगी।
दोनों पुत्रों का विवाह कार्यक्रम
बड़े पुत्र का विवाह
प्रवीण सिंह बालापोता के बड़े पुत्र विश्वप्रताप सिंह की बारात निर्मल विहार, झोटवाड़ा पहुंचेगी। वहां उनका विवाह गुणसळी किरोदा (मारवाड़) निवासी स्व. पृथ्वीसिंह राठौड़ की पौत्री और स्व. शेरसिंह राठौड़ की पुत्री शीतल कंवर से सम्पन्न होगा।
- स्वागत व्यवस्था: केवल जलपान और नाश्ता।
- पाणिग्रहण संस्कार: सूर्य देव को साक्षी मानकर।
छोटे पुत्र का विवाह
बड़े पुत्र के विवाह के बाद बारात छोटे पुत्र ऋषिराज सिंह के विवाह के लिए मालवीय नगर, जयपुर के लिए प्रस्थान करेगी। ऋषिराज सिंह का विवाह छापरी खुर्द निवासी नाहर सिंह राठौड़ की पौत्री और रघुवीर सिंह की पुत्री कृष्णा कंवर से होगा।
- स्वागत व्यवस्था: सादगीपूर्ण भोजन।
- पाणिग्रहण संस्कार: सूर्य देव की उपस्थिति में।
समाज में संदेश और जागरूकता
प्रवीण सिंह बालापोता का मानना है कि विवाह सादगी से सम्पन्न करने से न केवल आर्थिक बोझ कम होगा, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जाएगा। दहेज प्रथा और दिखावे जैसी कुरीतियों के उन्मूलन की दिशा में यह पहल एक मिसाल बनेगी।
समाज में प्रशंसा और समर्थन
राजपूत समाज सहित अन्य समुदायों में भी इस विवाह आयोजन की सराहना हो रही है। प्रवीण सिंह का यह कदम न केवल समाज सुधार की दिशा में एक बड़ी पहल है बल्कि नई पीढ़ी को सादगी और मर्यादा का संदेश भी दे रहा है।
समाज सुधार की ओर बढ़ता कदम
यह प्रेरणादायी विवाह न केवल परंपराओं को सजीव रखते हुए उन्हें आधुनिक युग से जोड़ने का प्रयास है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर एक मजबूत कदम भी है। प्रवीण सिंह बालापोता का यह साहसिक निर्णय आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा और समाज में सादगीपूर्ण विवाहों को प्रोत्साहित करेगा।