लोकेंद्र सिंह शेखावत
टेलीग्राफ टाइम्स
6 फरवरी
जयपुर:श्री भवानी निकेतन महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रांगण में शिक्षा समिति के अंतर्गत संचालित समस्त शिक्षण संस्थाओं द्वारा 84वाँ ’स्थापना-दिवस’ समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह समारोह बसंत पंचमी के पावन पर्व पर समिति के गौरवशाली 84 वर्ष पूर्ण होने तथा श्री भवानी निकेतन महिला महाविद्यालय के 35 वर्ष (1990-2025) पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया।
समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि वी.के. सिंह (ए.डी.जी.पी., ए.टी.एस एवं एस.ओ.जी., राजस्थान पुलिस) तथा समारोह अध्यक्ष बहादुर सिंह राठौड़ (सेवानिवृत्त उप महानिरीक्षक, राजस्थान पुलिस) के कर-कमलों द्वारा संस्था के संस्थापक महाराजाधिराज सवाई मानसिंह जी द्वितीय और माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ।
शिक्षा समिति के अध्यक्ष नगेन्द्र सिंह बगड़ ने समारोह में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए समिति की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। वहीं, कार्यकारिणी सदस्य सम्पत सिंह धमोरा ने शिक्षा समिति के गौरवशाली इतिहास और योगदान को रेखांकित किया।
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिससे वातावरण बसंतमय हो उठा। श्री भवानी निकेतन सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों ने महाकुंभ की झांकी प्रस्तुत कर आध्यात्मिकता का अद्भुत संचार किया। समारोह के दौरान रु. 3,51,600 की छात्रवृत्ति प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रदान की गई।
मुख्य अतिथि वी.के. सिंह ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम और अनुशासन का महत्व समझाते हुए कहा कि “बीता हुआ समय कभी लौटकर नहीं आता, इसलिए समय का सदुपयोग करना आवश्यक है।” उन्होंने नेल्सन मंडेला का उदाहरण देते हुए शिक्षा में सही निवेश और पुस्तकों के अध्ययन पर बल दिया।
समारोह अध्यक्ष बहादुर सिंह राठौड़ ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर देते हुए संस्कार और शिक्षा को समान रूप से महत्व देने की बात कही। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
समारोह के अंत में सचिव सुदर्शन सिंह सुरपुरा ने सभी आगंतुकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।