वक्फ की संपत्ति को सुरक्षित करेगा और पारदर्शिता लाएगा – नसीरुद्दीन
हम हिंदुस्तान जैसे गंगा-जमुनी तहजीब वाले देश में रहते हैं
योगी आदित्यनाथ के बयान ‘मुसलमानों के बीच हिंदू सुरक्षित नहीं’ पर नसीरुद्दीन ने असहमति जताई
Edited By : हरि प्रसाद शर्मा
मार्च 31, 2025 20 :13 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
अजमेर: राजस्थान के अजमेर में ईद-उल-फितर का त्योहार पारंपरिक उल्लास और धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाया गया। केसरगंज स्थित ईदगाह में हजारों लोगों ने एक साथ नमाज अदा की। इसके बाद अजमेर दरगाह के उत्तराधिकारी सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने लोगों को ईद की मुबारकबाद दी और देश में भाईचारे एवं सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की।
गंगा-जमुनी तहजीब ही हमारी ताकत
नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा, “अल्लाह का शुक्र है कि हमने एक महीने तक रोजे रखे और अब ईद का जश्न मना रहे हैं। हमारी खुशकिस्मती है कि हम हिंदुस्तान जैसे गंगा-जमुनी तहजीब वाले देश में रहते हैं।” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कल चेटीचंड और नवरात्रि मनाई गई, आज ईद का पर्व है। यही हमारी ताकत और एकता का प्रतीक है। उन्होंने सभी देशवासियों को इन तीनों पर्वों की शुभकामनाएँ दीं और समाज में सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
वक्फ बिल संशोधन पर बोले नसीरुद्दीन
वक्फ संशोधन बिल को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें बदलाव जरूरी था, लेकिन कुछ लोग इसे पूरी तरह समझ नहीं पा रहे हैं और इस कारण विरोध कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब यह बिल संसद में पेश होगा, तो बहस के दौरान सभी पहलू स्पष्ट हो जाएंगे। उनका मानना है कि यह बिल वक्फ की संपत्तियों को सुरक्षित करेगा और अधिक पारदर्शिता लाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि इससे मस्जिदें और कब्रिस्तान छीन लिए जाएंगे, जो पूरी तरह गलत है। यह मुद्दा शरीयत से जुड़ा नहीं है, बल्कि वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन से संबंधित है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे गुमराह करने वाली बातों पर ध्यान न दें।
प्रधानमंत्री मोदी की पहल की सराहना
नसीरुद्दीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि “उन्होंने रमजान के दौरान गरीब मुसलमानों तक मदद पहुँचाने का जो प्रयास किया, वह सराहनीय है। इससे वे ईद की खुशियों में शामिल हो सके और उनकी दुआएँ भी मिलीं। यह एक अच्छी पहल है।”
योगी आदित्यनाथ के बयान पर असहमति
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बयान ‘मुसलमानों के बीच हिंदू सुरक्षित नहीं’ पर असहमति जताते हुए नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि “मैं इससे सहमत नहीं हूँ। हिंदुस्तान में हिंदू-मुसलमान सब सुरक्षित हैं। यह गंगा-जमुनी तहजीब का देश है और यही हमारी पहचान है। यह योगी जी का निजी विचार हो सकता है, लेकिन सच्चाई यह है कि हमारा मुल्क मिल-जुलकर तरक्की कर रहा है।”
उन्होंने कहा कि “यहाँ सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे को पर्वों पर बधाई देते हैं और सौहार्दपूर्वक जीवन व्यतीत करते हैं। यही हमारी पहचान और देश की ताकत है।”
समाज में सौहार्द बनाए रखने की अपील
नसीरुद्दीन चिश्ती ने सभी देशवासियों से अपील की कि वे अफवाहों से बचें और आपसी भाईचारा बनाए रखें। उन्होंने कहा कि “भारत विविधताओं का देश है, और हमें इसे अपनी मजबूती बनाकर आगे बढ़ना चाहिए।”
(रिपोर्ट: हरिप्रसाद शर्मा, अजमेर)