राणा सांगा पर बयान को लेकर करणी सेना का हंगामा, सपा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर बवाल
Reported by : धनंजय त्यागी
Edited By : गणेश शर्मा
मार्च 26, 2025 14 :35 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
आगरा में समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के घर पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की। यह विरोध राणा सांगा पर दिए गए उनके कथित बयान के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि राणा सांगा गद्दार थे और बाबर को भारत लाने के लिए जिम्मेदार थे।
कैसे भड़का विवाद?
कुछ दिनों पहले रामजीलाल सुमन का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कथित तौर पर कह रहे थे कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत बुलाया था। इस बयान से करणी सेना के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए और उन्होंने सांसद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
करणी सेना का प्रदर्शन और पुलिस से झड़प
बुधवार दोपहर हजारों करणी सेना कार्यकर्ता सांसद के आगरा स्थित आवास पर पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। वहां पहले से भारी पुलिस बल तैनात था, लेकिन भीड़ ने जबरन घर में घुसने की कोशिश की, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों में तीखी झड़प हो गई। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।

इस दौरान इंस्पेक्टर हरीश पर्वत समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। करणी सेना के कई कार्यकर्ता भी घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने सांसद के घर के गेट को तोड़ने की भी कोशिश की, जिसके बाद पुलिस को स्थिति संभालने के लिए कड़ा एक्शन लेना पड़ा।
फिलहाल स्थिति क्या है?
विवाद बढ़ने के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस प्रशासन प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश कर रहा है ताकि हिंसा और न फैले।
रामजीलाल सुमन का पक्ष
अब तक सांसद रामजीलाल सुमन की ओर से इस विवादित बयान पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है।

इतिहास से जुड़े तथ्य और विवाद
राणा सांगा और बाबर के संबंधों पर ऐतिहासिक मतभेद हैं। इतिहासकारों के अनुसार, राणा सांगा ने बाबर को भारत आने का न्योता दिया था, लेकिन बाद में उन्हीं के खिलाफ युद्ध किया। इसे लेकर अलग-अलग इतिहासकारों की अलग-अलग राय है। करणी सेना जैसे संगठन राणा सांगा को वीर योद्धा मानते हैं, इसलिए उनके खिलाफ कोई भी टिप्पणी विवाद को जन्म देती है।सांसद रामजीलाल सुमन के बयान से उपजे विवाद ने उत्तर प्रदेश के राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है। करणी सेना का प्रदर्शन यह दिखाता है कि ऐतिहासिक व्यक्तित्वों पर विवादित टिप्पणियां आज भी बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया को जन्म देती हैं। अब देखना होगा कि सरकार और पुलिस प्रशासन इस मामले को कैसे संभालता है।