Reported By: मधु सुदन शर्मा
Edited By: गौरव कोचर
मार्च 10, 2025 17:52 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
राजस्थान बिजली विभाग में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश: एसीबी का शिकंजा
जोधपुर:राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की कड़ी कार्रवाई लगातार जारी है। जोधपुर जिले के ओसियां क्षेत्र में बिजली विभाग के कर्मचारियों द्वारा रिश्वतखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हाल ही में एसीबी ने बिजली विभाग के एक टेक्नीशियन को 14,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
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टेक्नीशियन बजरंग दास रिश्वत लेते गिरफ्तार
बिजली विभाग के टेक्नीशियन द्वितीय बजरंग दास को एसीबी की टीम ने गोरछीय बेरा GSS (ग्रिड सब स्टेशन) पर 14,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। बजरंग दास पर आरोप है कि उसने कृषि कनेक्शन के बिलों की औसत गणना कर समय पर बिल जारी करने के बदले रिश्वत की मांग की थी। इस मामले में कुल सात कृषि कनेक्शन शामिल थे।
शिकायत के बाद एसीबी का ट्रैप ऑपरेशन
परिवादी ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी कि कृषि कनेक्शन के लिए समय पर बिल जारी करने के एवज में बजरंग दास रिश्वत मांग रहा है। शिकायत का सत्यापन करते हुए एसीबी ने ट्रैप ऑपरेशन चलाया और टेक्नीशियन को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की जा रही है, जिससे और भी कई खुलासे होने की संभावना है।
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इससे पहले इंजीनियर सुपरवाइजर भी हुआ था गिरफ्तार
यह पहली बार नहीं है जब ओसियां क्षेत्र में बिजली विभाग के कर्मचारी रिश्वत लेते पकड़े गए हैं। 5 मार्च को एसीबी ने इंजीनियर सुपरवाइजर ऋषिकेश मीणा और उसके दलाल कैलाश प्रजापत को 5,000 रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। उन्होंने घर पर बिजली की VCR (विजिटिंग कंज्यूमर रिपोर्ट) नहीं भरने के बदले रिश्वत मांगी थी।
कैसे हुआ ट्रैप ऑपरेशन सफल
एसीबी को शिकायत मिलने पर सहायक अभियंता कार्यालय जाखण में सत्यापन किया गया। सत्यापन के बाद ट्रैप बिछाया गया और दोनों आरोपी 5,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिए गए।
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बिजली विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी
राज्य सरकार किसानों को बिजली कनेक्शन देने और बिल प्रक्रिया को सरल बनाने के प्रयास कर रही है। इसके बावजूद विभाग के कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जा रहे हैं। एसीबी की इन कार्रवाइयों से यह साफ है कि विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं।
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आगे की कार्रवाई और संदेश
एसीबी ने दोनों मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है। अधिकारियों का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी और किसी भी भ्रष्ट कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
राज्य सरकार को चाहिए कि वह बिजली विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए सख्त कदम उठाए। साथ ही, आम जनता को भी जागरूक किया जाना चाहिए कि वे किसी भी तरह की रिश्वत मांगने पर तुरंत एसीबी से संपर्क करें।