राजस्थान पुलिसकर्मियों का होली बहिष्कार: वेतन विसंगति और डीपीसी को लेकर नाराजगी
Written By: जसजीत आहूजा
Edited By: गणेश शर्मा
मार्च 15, 2025 13:09 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
जयपुर: राजस्थान पुलिस के जवानों ने इस बार होली का बहिष्कार करने का फैसला किया है। प्रदेश के कई जिलों में पुलिसकर्मियों ने होली का जश्न न मनाने का निर्णय लिया है। कांस्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर स्तर तक के पुलिसकर्मियों ने वेतन विसंगति और डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) के मुद्दों पर नाराजगी जताते हुए इस बार होली का बहिष्कार किया है।
क्या है मामला?
पुलिसकर्मियों का कहना है कि वेतन विसंगति और डीपीसी से जुड़े मामलों में सरकार की उदासीनता के चलते उन्होंने यह कड़ा कदम उठाया है। पुलिस लाइन में होली कार्यक्रम का बहिष्कार कर पुलिसकर्मी सरकार तक अपनी मांगें पहुंचाना चाहते हैं। कुछ स्थानों पर जहां पुलिस लाइन में जश्न की तस्वीरें सामने आई हैं, वहीं अधिकांश थानों में होली को लेकर कोई गतिविधि नहीं दिख रही है।
किरोड़ी लाल मीणा का समर्थन
प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने इस मामले में दखल दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट के जरिए पुलिसकर्मियों से अपील की है कि वे होली का पर्व उल्लास के साथ मनाएं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि पुलिसकर्मियों की मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाकर समाधान करवाया जाएगा।
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा:
“होली ऐसा वार्षिक पर्व है, जो आनंदप्रदायक है। यह शिष्टों द्वारा आचारित है, इसका पालन और इस पर उत्सव आयोजित करना धर्म है। प्रदेश के पुलिसकर्मियों से आग्रह है कि आपकी जो भी मांगें हैं, वह मुख्यमंत्री तक पहुंचा कर पूर्ण कराऊंगा।”
कहीं जश्न, कहीं सन्नाटा
कुछ जिलों में जहां पुलिस लाइन में होली के जश्न की तस्वीरें सामने आ रही हैं, वहीं कुछ स्थानों पर माहौल बिल्कुल ठंडा है। कोटपूतली समेत कुछ जगहों पर होली की तैयारियां हो रही हैं, जबकि अन्य कई थानों में कोई हलचल नहीं है।
सोशल मीडिया पर आंदोलन
पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर अभियान चलाकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने मैसेज के माध्यम से एकजुटता का प्रदर्शन किया है और होली न मनाने का आह्वान किया है।
क्या है पुलिसकर्मियों की मांगें?
- वेतन विसंगति का निवारण: पुलिसकर्मियों का कहना है कि वेतन संरचना में सुधार की आवश्यकता है।
- डीपीसी में पारदर्शिता: विभागीय पदोन्नति प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग।
- कार्यस्थल की समस्याओं का समाधान: पुलिसकर्मियों का कहना है कि उनकी समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
सरकार की प्रतिक्रिया का इंतजार
फिलहाल सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, किरोड़ी लाल मीणा के आश्वासन के बाद उम्मीद है कि सरकार जल्द ही कोई कदम उठाएगी।