R B Chaturvedi
टेलीग्राफ टाइम्स
4 फरवरी
प्रख्यात उद्योगपति रतन टाटा के करीबी सहयोगी और मित्र शांतनु नायडू को टाटा मोटर्स में एक अहम पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। शांतनु ने खुद इस खबर को अपने लिंक्डइन पोस्ट के जरिए साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने बचपन की यादों और टाटा समूह के साथ अपने गहरे संबंधों को व्यक्त किया।
टाटा मोटर्स में नई भूमिका
शांतनु नायडू को टाटा मोटर्स में जनरल मैनेजर और हेड ऑफ स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव्स बनाया गया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा,
“मुझे गर्व महसूस हो रहा है कि मैं टाटा मोटर्स में एक नई भूमिका निभाने जा रहा हूं। मैं आज भी वो समय याद करता हूं, जब मेरे पिता टाटा मोटर्स प्लांट से अपनी सफेद शर्ट और नेवी ब्लू पैंट में घर आते थे और मैं खिड़की पर उनका इंतजार करता था।”
रतन टाटा से खास रिश्ता
शांतनु नायडू 1993 में पुणे के एक तेलुगु परिवार में जन्मे और रतन टाटा के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक रहे। समाज सेवा और पशु कल्याण में उनकी गहरी रुचि रही है। उन्होंने “मोटोपॉज” नाम की संस्था बनाई, जो सड़क पर घूमने वाले कुत्तों के लिए रिफ्लेक्टिव डेनिम कॉलर बनाती है, ताकि वे दुर्घटनाओं से बच सकें। यह पहल रतन टाटा को बेहद पसंद आई और उन्होंने शांतनु को मुंबई बुलाया, जिसके बाद दोनों के बीच एक मजबूत रिश्ता बना।

टाटा समूह के साथ सफर
शांतनु ने अमेरिका से अपनी मास्टर्स डिग्री पूरी करने के बाद टाटा समूह के चेयरमैन एमेरिटस रतन टाटा के ऑफिस में अपनी सेवाएं दीं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स का नेतृत्व किया और सामाजिक रूप से प्रभावशाली प्लेटफॉर्म विकसित करने में योगदान दिया।
टाटा मोटर्स में उनकी नई नियुक्ति यह दर्शाती है कि उनकी क्षमताओं और रतन टाटा के प्रति उनकी निष्ठा को पहचान मिली है। उनके प्रशंसक और टाटा समूह के समर्थक इस नई जिम्मेदारी के लिए उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं।