गणेश शर्मा | टेलीग्राफ टाइम्स
अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर, अमेरिकी और रूसी शीर्ष अधिकारी सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए वार्ता करेंगे। हालांकि, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने इस वार्ता में यूक्रेन की अनुपस्थिति पर कड़ा विरोध जताया है।
सऊदी अरब में रूस-अमेरिका वार्ता
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव से मुलाकात करेगा। यह बैठक सऊदी अरब की राजधानी रियाद में आयोजित की जाएगी। बैठक का मुख्य उद्देश्य अमेरिका-रूस संबंधों को पुनः स्थापित करना और संभावित यूक्रेनी समझौते पर चर्चा करना है।
यूक्रेन और यूरोपीय संघ की अनुपस्थिति
इस वार्ता में यूक्रेन और यूरोपीय संघ के देशों को आमंत्रित नहीं किया गया है, जिससे कीव और यूरोपीय सहयोगियों में चिंता बढ़ गई है कि कहीं उनके बिना ही कोई समझौता न हो जाए। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने स्पष्ट किया है कि यूक्रेन की भागीदारी के बिना किसी भी वार्ता के परिणाम उनके लिए अस्वीकार्य होंगे।

यूरोपीय नेताओं की प्रतिक्रिया
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के नेताओं की एक आपात बैठक पेरिस में बुलाई है, ताकि इस महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव पर चर्चा की जा सके और एक संयुक्त प्रतिक्रिया विकसित की जा सके।
भविष्य की दिशा
हालांकि, अमेरिकी राज्य विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि यह बैठक प्रारंभिक चरण में है और वास्तविक शांति वार्ता में यूक्रेन की भागीदारी आवश्यक होगी। इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पुष्टि की है कि अमेरिकी विशेष दूत कीथ केलॉग सुरक्षा गारंटी पर चर्चा के लिए कीव आएंगे।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि यूक्रेन संघर्ष के समाधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नई कूटनीतिक पहलें हो रही हैं, लेकिन इसमें सभी संबंधित पक्षों की भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है।