Edited By: धनंजय त्यागी
फ़रवरी 28, 2025 17:07 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
माणा एवलांच: भारी बर्फबारी में फंसे 25 मजदूर, 9 घंटे से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन, खराब मौसम बना बाधा
उत्तराखंड के चमोली जिले के बद्रीनाथ क्षेत्र में शुक्रवार सुबह भारी हिमस्खलन (एवलांच) हुआ, जिससे भारत-तिब्बत बॉर्डर के पास स्थित माणा गांव में बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन (BRO) के कैंप को नुकसान पहुंचा। इस हादसे में कुल 57 मजदूर मौजूद थे, जिनमें से अब तक 32 को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, लेकिन 25 मजदूर अभी भी बर्फ में फंसे हैं।
भारी बर्फबारी और खराब मौसम से रेस्क्यू में आ रही दिक्कतें
घटनास्थल पर घुटनों तक बर्फ जमी हुई है और लगातार Snowfall जारी है, जिससे राहत कार्य में बाधाएं आ रही हैं। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, 65 लोगों की रेस्क्यू टीम बचाव अभियान में जुटी है, लेकिन खराब मौसम और दुर्गम इलाका अभियान में बड़ी चुनौती बना हुआ है। अभी तक किसी मजदूर की मौत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन चार मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

कैसे हुआ हादसा?
शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे, जब मजदूर सेना के मूवमेंट के लिए बर्फ हटाने का काम कर रहे थे, तभी अचानक भारी हिमस्खलन हुआ और मजदूर इसकी चपेट में आ गए। यह एवलांच माणा और माणा पास के बीच हुआ था।
रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी ITBP, SDRF और NDRF की टीमें
हादसे की सूचना मिलते ही ITBP, SDRF और NDRF की टीमें मौके पर भेजी गईं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरसंभव मदद देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवा का उपयोग नहीं किया जा सकता, लेकिन स्थानीय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और मजदूरों को बचाने की हर संभव कोशिश की जा रही है।

एवलांच की पहले से थी चेतावनी
इससे पहले गुरुवार को डिफेंस जियोइन्फॉर्मेटिक्स रिसर्च एस्टेब्लिशमेंट (DGRE) और मौसम विभाग ने इस इलाके में हिमस्खलन और भारी बर्फबारी की चेतावनी जारी की थी। चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के 2,400 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए एवलांच अलर्ट जारी किया गया था। इसके अलावा, मौसम विभाग ने 3,500 मीटर से ऊंचे इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई थी।
सेना के हेलीकॉप्टर से बचाव की मांग
रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के लिए सेना के हेलीकॉप्टर की मांग की गई है। अभी तक 10 और मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए माणा स्थित ITBP अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अभी भी जारी है राहत और बचाव कार्य
बर्फबारी और खराब मौसम के बावजूद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। प्रशासन और बचाव दल का कहना है कि जल्द से जल्द सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है।