Telegraph Times
RB Chaturvedi
बीजापुर:जिले के मातृ-शिशु अस्पताल में एक महिला ने आज रविवार को 5 किलो 100 ग्राम वजनी बच्चे को जन्म दिया, जिसे देखकर अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ हैरान हैं। यह मामला अत्यंत दुर्लभ है, क्योंकि सामान्यतः नवजात बच्चों का वजन 2.5 से 3.5 किलोग्राम के बीच होता है, 5 किलो का वजन किसी नवजात का जन्म लेना एक दुर्लभ माना जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बच्चे को जन्म देने वाली महिला का नाम मंगली कुजूर है जो उसूर ब्लॉक के अम्बिकापारा की रहने वाली है। डॉक्टर के अनुसार डिलीवरी के दौरान शोल्डर डिस्टोसिया की स्थिति बन सकती थी, यानी बच्चे का कंधा जन्म के दौरान फंस सकता था, जिससे बच्चे और मां दोनों के लिए खतरा हो सकता था। लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की तत्परता और समर्थन से डिलीवरी को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। डॉक्टर्स ने यह भी बताया कि मंगली कुजूर की बच्चेदानी में एक 12 सेंटीमीटर की गठान थी, जिससे डिलीवरी में और भी कठिनाइयां आ सकती थीं। लेकिन डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन करके उस गठान को भी ठीक किया और मां तथा बच्चे दोनों की सेहत का ख्याल रखा।
मातृ-शिशु अस्पताल की शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आकृति शुक्ला ने बताया कि नवजात बच्चों का सामान्य वजन 2.5 से 3.5 किलोग्राम के बीच होता है, और यह घटना वास्तव में दुर्लभ है। अपने 14 साल के अनुभव में उन्होंने ऐसे किसी मामले का सामना पहले नहीं किया। उन्होंने कहा कि इतना भारी बच्चे का जन्म लेना अत्यंत असामान्य है, और इस तरह के मामले बहुत कम होते हैं, 30 प्रतिशत नवजात बच्चों का वजन 2.5 किलो से भी कम होता है और लगभग 90 प्रतिशत नवजात बच्चों का वजन 3.5 किलोग्राम से कम ही होता है।