मरका पंडुम महापर्व में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, नक्सलवाद खत्म करने का संकल्प दोहराया
Edited By : गणपत चौहान
अप्रैल 08, 2025
टेलीग्राफ टाइम्स
रायपुर/कांकेर।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज कांकेर जिले के ग्राम भिरावाही में गोंडवाना समाज द्वारा आयोजित मरका पंडुम (चैतरई महापर्व) के समापन समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने समाज के आराध्य बूढ़ादेव और आंगा देव की पूजा-अर्चना की और परंपरागत रूप से तेंदू, चार, चिरौंजी, महुआ और आम फल अर्पित कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
मुख्यमंत्री साय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गोंडवाना समाज का गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक परंपराएं छत्तीसगढ़ की पहचान हैं। उन्होंने मरका पंडुम पर्व को प्रकृति और देवी-देवताओं के प्रति आभार प्रकट करने का पर्व बताते हुए कहा कि यह परंपरा नई फसलों और फलों के अर्पण के माध्यम से जीवित रहती है।
साय ने समाज को शिक्षा के प्रति सजग होने का आह्वान करते हुए कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बच्चों की शिक्षा के लिए आगे आना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा ही समाज की उन्नति का रास्ता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बीते 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ का समग्र विकास हुआ है। उन्होंने पीएम जनमन योजना और प्रयास आवासीय विद्यालयों की चर्चा करते हुए कहा कि इससे विशेष पिछड़ी जनजातियों और प्रतिभाशाली छात्रों को नई दिशा मिली है। उन्होंने आईआईएम, आईआईटी और ट्रिपल आईटी जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों की स्थापना को राज्य के शैक्षणिक विकास की दिशा में बड़ी उपलब्धि बताया।
नक्सलवाद पर सख्त रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री साय ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बस्तर से नक्सलवाद का समूल नाश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के उस संकल्प को दोहराया जिसमें कहा गया है कि एक वर्ष के भीतर नक्सलवाद को जड़ से खत्म किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि नियद नेल्लानार योजना के विस्तार से नक्सल प्रभावित इलाकों में शासन की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचेगा।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने गोंडवाना समाज की मांगों को स्वीकार करते हुए 80 लाख 48 हजार रुपए की विकास परियोजनाओं की घोषणा की, जिसमें शामिल हैं:
- गोंडवाना समाज भवन का जीर्णोद्धार – 45 लाख रुपए
- बाउंड्री वॉल निर्माण – 23 लाख 47 हजार रुपए
- देवगुड़ी का सौंदर्यीकरण व अन्य कार्य – 12 लाख 01 हजार रुपए
समापन समारोह को संबोधित करते हुए कांकेर विधायक आशाराम नेताम ने मुख्यमंत्री को आदिवासी समाज के हितचिंतक बताते हुए कहा कि अपनी संस्कृति और पहचान को जीवित रखना हमारी जिम्मेदारी है।
इस कार्यक्रम में बस्तर गोंडवाना समाज के संभागीय अध्यक्ष सुमेर सिंह नाग ने समाज की गतिविधियों की जानकारी दी। साथ ही कांकेर लोकसभा सांसद भोजराज नाग, अंतागढ़ विधायक विक्रम उसेंडी, भानुप्रतापपुर विधायक सावित्री मंडावी, एवं अनेक जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर और एसएसपी इंदिरा कल्याण एलेसेला सहित जिले के प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
यह आयोजन न सिर्फ समाज की परंपराओं को सहेजने का प्रयास था, बल्कि विकास और सुरक्षा के नए संकल्पों का मंच भी बना।