गणेश शर्मा | टेलीग्राफ | 31 जनवरी
– किन्नर अखाड़ा प्रमुख ने अजय के आरोपों को नकारा- कहा कि वित्तीय अनियमितता, छेड़छाड़ में किन्नर अखाड़ा से निकाले जा चुके हैं अजय- 10 करोड़ के मानहानि का देने जा रही हूं
नोटिस : डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी
महाकुम्भ नगर: किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने कहा कि जिन लोगों को सिने स्टार ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने पर एतराज़ है, वह आकर महामंडलेश्वर ममता नंद गिरी से शास्त्रार्थ कर सकते हैं। क्योंकि ममता 23 वर्ष से सनातन धर्म में है और वह साधना कर रही थी। उन्होंने जोर देते हुए शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि अगर ममता कुलकर्णी इस्लाम में चली जाती तो यह लोग क्या और कैसे बोलते।
किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि ऋषि अजय दास किन्नर अखाड़ा में नहीं है, बल्कि उनके गलत कृत्य की वजह से किन्नर अखाड़ा ने उज्जैन कुम्भ के बाद वर्ष 2016 में निकाल दिया था। अजय दास ने किन्नर अखाड़ा में वित्तीय अनियमितता की और महिलाओं से छेड़छाड़ किया था, जिसपर उनको किन्नर अखाड़ा से निकाल दिया गया था।
उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाया है वह पूरी तरह से गलत और तथ्यहीन है। इसके लिए 10 करोड़ के मानहानि का नोटिस दे रही हूं। यह बातें किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने शुक्रवार को महाकुंभ नगर के सेक्टर-16 स्थित संगम लोवर मार्ग पर लगे शिविर में प्रेसवार्ता के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि ऋषि अजय दास उज्जैन कुम्भ-2016 के दौरान किन्नर अखाड़ा से जुड़े थे, लेकिन उन्होंने कुम्भ के बाद किन्नर अखाड़ा के पैसों में वित्तीय अनियमितता किया और एक महिला के साथ छेड़छाड़ किया था। उन्होंने कहा कि वह शादी शुदा और एक बच्ची के पिता हैं जो परिवार सहित जयपुर में रहते हैं। किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि अखाड़ा के संस्थापक महन्त दुर्गा दास है, जो अखाड़ा का कार्य संभालते हैं।