बिजयनगर में ब्लैकमेलिंग कांड को लेकर उग्र प्रदर्शन: दूसरी बार बंद रहा कस्बा, विधायक के प्रति आक्रोश
Edited By : हरि प्रसाद शर्मा
मार्च 22, 2025 21 :11 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
अजमेर/ब्यावर।
बिजयनगर में स्कूली छात्राओं के ब्लैकमेलिंग कांड को लेकर जनता का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर शनिवार को दूसरी बार पूरा कस्बा बंद रहा। सर्व समाज संघर्ष समिति के आह्वान पर व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया।
बाजारों में सन्नाटा, व्यापारियों का समर्थन
शनिवार को आयोजित इस बंद के दौरान पूरे कस्बे में सन्नाटा पसरा रहा। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रखे और विरोध प्रदर्शन में सक्रिय भागीदारी निभाई। प्रदर्शनकारियों ने चार बत्ती चौराहे पर जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की।
प्रशासन सतर्क, भारी पुलिस बल तैनात
बंद के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहा। प्रमुख चौराहों और संवेदनशील स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से संयम बनाए रखने की अपील की और कानून-व्यवस्था पर पैनी नजर बनाए रखी।
सीबीआई जांच की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश नहीं दिए जाते, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। स्थानीय लोग दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और न्याय की मांग कर रहे हैं।
विधायक के प्रति जनता का रोष
सर्व समाज संघर्ष समिति के पदाधिकारी सूर्य प्रकाश ने कहा कि स्थानीय विधायक इस मामले में उदासीन रवैया अपना रहे हैं और जनता की आवाज को अनसुना कर रहे हैं। उन्होंने कहा,
“यदि निष्पक्ष जांच होती है, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।”
सुनियोजित साजिश का आरोप
समिति के सदस्य ललित शर्मा ने आरोप लगाया कि इस कांड के पीछे सुनियोजित साजिश है और आरोपियों को आर्थिक सहयोग भी मिल रहा है। उन्होंने इस घटना को 1992 के अजमेर ब्लैकमेलिंग कांड से जोड़ते हुए कहा कि कुछ प्रभावशाली लोगों के नाम सामने आ सकते हैं।
जनता में भय और आक्रोश का माहौल
इस कांड ने पूरे कस्बे में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। लोग प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सर्व समाज संघर्ष समिति ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने जल्द ही सीबीआई जांच के आदेश नहीं दिए तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा।
बिजयनगर में हुए इस ब्लैकमेलिंग कांड ने पूरे कस्बे को झकझोर कर रख दिया है। जनता न्याय और निष्पक्ष जांच की मांग कर रही है। प्रशासन और सरकार पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। अब देखना यह है कि सरकार कब तक इस मांग को पूरा करती है और दोषियों को सजा दिलाने में कितनी तत्परता दिखाती है।