छत्तीसगढ़
बरौद कालरी कर्मी संतोष राठिया की आकाशीय बिजली गिरने से मौत, क्षेत्र में शोक की लहर
Edited By : गणपत चौहान
अप्रैल 04, 2025 22 :39 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
पतरापाली/घरघोड़ा। बृहस्पतिवार की रात घरघोड़ा विकासखंड के ग्राम पंचायत पतरापाली और आसपास के क्षेत्रों में तेज बारिश, आंधी और आकाशीय बिजली की घटनाओं ने कहर बरपाया। इस प्राकृतिक आपदा में एसईसीएल बरौद कालरी में कार्यरत संतोष राठिया की आकाशीय बिजली की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद से इलाके में मातम छा गया है।
ड्यूटी के बाद लौटते समय हुआ हादसा
45 किलोमीटर दूर फरकानारा गांव से बरौद कालरी में ड्यूटी करने आने वाले संतोष राठिया, गुरुवार की रात ड्यूटी खत्म कर मोटरसाइकिल से अपने घर लौट रहे थे। मौसम अचानक बिगड़ गया और वे बारिश तथा तूफान से बचने के लिए पतरापाली गांव के सामुदायिक केंद्र में रुके रहे। जब बारिश थोड़ी थमी, तो उन्होंने फिर से सफर शुरू किया।
तालाब के पास बिजली गिरने से मौत
गांव के लोगों के अनुसार, जैसे ही संतोष तालाब के पास पहुंचे, आकाशीय बिजली की तेज चमक और गर्जना हुई। संभवतः उन्होंने बाइक को सड़क किनारे रोककर खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश वे सीधे बिजली की चपेट में आ गए और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
रातभर अंधेरे में पड़ा रहा शव
तूफान और विद्युत आपूर्ति ठप हो जाने के कारण रातभर क्षेत्र अंधकार में डूबा रहा। किसी को हादसे की जानकारी नहीं मिल सकी। सुबह ग्रामीणों ने सड़क किनारे खड़ी मोटरसाइकिल देखी और नीचे खेत में पड़े शव को पहचान कर परिजनों और पुलिस को सूचना दी। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।
ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों में गहरा शोक
घटना के बाद ग्राम पंचायत सरपंच आसमती राठिया, उपसरपंच तारा राठिया, पूर्व सरपंच आमालाल राठिया, जनपद सदस्य बरत कुमारी समेत अनेक जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। सभी ने इसे क्षेत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
प्रशासन से मुआवजे और व्यवस्था की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि संतोष राठिया के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता और मुआवजा दिया जाए। साथ ही इस मार्ग पर बारिश और तूफान के दौरान सुरक्षित रुकने हेतु पक्के आश्रय स्थल बनाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।