फाइनेंस कंपनी की प्रताड़ना से तंग युवक ने लगाई फांसी, सुसाइड से पहले वीडियो में बताई आपबीती
Written By: मधु सुदन शर्मा
Edited By: लोकेंद्र सिंह शेखावत
मार्च 18, 2025 17:55 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
अजमेर (राजस्थान):
अजमेर जिले के नसीराबाद कस्बे में फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की प्रताड़ना से तंग आकर एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक युवक ने सुसाइड से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने अपनी आपबीती सुनाई और प्रताड़ना के आरोप लगाए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।
तीन लोगों पर प्रताड़ना का आरोप
मृतक युवक की पहचान बुगानिया निवासी राहुल (27) के रूप में हुई है। उसने आत्महत्या से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया जिसमें तीन लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। वीडियो में राहुल ने बताया कि उसने फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था, जिसे लेकर कंपनी के रिकवरी एजेंट मनीष और पवन गुर्जर उसे बार-बार परेशान कर रहे थे।
युवक ने वीडियो में दाता निवासी दीपक वैष्णव का भी जिक्र किया और बताया कि उसने दीपक से 4 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन दीपक ने मदद नहीं की। राहुल ने कहा कि दीपक की वजह से ही उसने लोन लिया था और उसी के कारण वह बर्बाद हो गया।
परिवार का बयान
राहुल के ताऊ भंवरलाल ने बताया कि राहुल चार भाइयों में से एक था और उसने किसी को पैसे उधार दे रखे थे। लेकिन उधार लेने वाले लोगों ने पैसा लौटाने से मना कर दिया। इस आर्थिक तंगी के चलते राहुल ने फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था।
ग्रामीणों में रोष, पुलिस थाने पर प्रदर्शन
घटना के बाद मृतक के परिजन और बड़ी संख्या में ग्रामीण नसीराबाद पुलिस थाने पहुंचे और आक्रोश जताया। गुस्साए ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। बताया जा रहा है कि घटना के समय फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी मृतक के घर के बाहर मौजूद थे, जिसके चलते तनाव और बढ़ गया।
पुलिस कर रही है जांच
पुलिस ने युवक द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो को अपने कब्जे में ले लिया है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सुसाइड वीडियो में लगाए गए आरोपों की सत्यता की जांच की जा रही है। आरोपियों को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना समाज में बढ़ती आर्थिक तंगी और फाइनेंस कंपनियों की प्रताड़ना पर सवाल खड़े करती है। ऐसे में प्रशासन से अपेक्षा है कि दोषियों को कड़ी सजा मिले और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए।