नरेश गुनानी
टेलीग्राफ टाइम्स
30 जनवरी
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1 फरवरी 2025 से कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं, जो आम जनता की दैनिक जीवन और वित्तीय लेन-देन को प्रभावित करेंगे। आइए, इन प्रमुख बदलावों पर एक नजर डालते हैं:
1. यूपीआई (UPI) लेन-देन में बदलाव:
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई लेन-देन के लिए नए नियम लागू करने का निर्णय लिया है। 1 फरवरी 2025 से, विशेष कैरेक्टर्स (जैसे @, #, $, आदि) से बनी आईडी का उपयोग करके भुगतान नहीं किया जा सकेगा। इसका उद्देश्य यूपीआई लेन-देन को और अधिक सुरक्षित बनाना है।
2. एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में संभावित बदलाव:
हर महीने की पहली तारीख को तेल विपणन कंपनियां एलपीजी सिलेंडर की कीमतों की समीक्षा करती हैं। 1 फरवरी 2025 को भी घरेलू और वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव की संभावना है, जो आपके घरेलू बजट को प्रभावित कर सकता है।
3. मारुति सुजुकी वाहनों की कीमतों में वृद्धि:
मारुति सुजुकी ने अपने वाहनों की कीमतों में वृद्धि की घोषणा की है, जो 1 फरवरी 2025 से लागू होगी। कंपनी ने बढ़ती उत्पादन लागत और अन्य आर्थिक कारकों के कारण यह निर्णय लिया है। यदि आप मारुति सुजुकी का वाहन खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह मूल्य वृद्धि आपके बजट को प्रभावित कर सकती है।
4. जीएसटी पोर्टल पर मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) अनिवार्य:
जीएसटी पोर्टल की सुरक्षा बढ़ाने के लिए, 1 फरवरी 2025 से 5 करोड़ रुपये से अधिक टर्नओवर वाले व्यवसायों के लिए मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन अनिवार्य किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में उपयोगकर्ता नाम, पासवर्ड और ओटीपी का उपयोग शामिल होगा, जिससे जीएसटी पोर्टल की सुरक्षा में वृद्धि होगी।
5. ई-वे बिल जनरेशन पर प्रतिबंध:
1 फरवरी 2025 से, 180 दिन से पुराने दस्तावेजों पर ई-वे बिल जनरेट नहीं किया जा सकेगा। इसके अलावा, ई-वे बिल का विस्तार अधिकतम 360 दिनों तक ही किया जा सकेगा। इन नियमों का उद्देश्य माल की आवाजाही पर बेहतर नियंत्रण और टैक्स चोरी को रोकना है।
इन बदलावों के बारे में जागरूक रहना आवश्यक है, ताकि आप अपने वित्तीय और दैनिक योजनाओं को समायोजित कर सकें। अधिक जानकारी और अपडेट्स के लिए संबंधित आधिकारिक वेबसाइटों की जाँच करते रहें।