राजस्थान/धर्म विशेष
पुष्कर तीर्थ में श्रीमद्भागवत करना पौराणिक दृष्टि से प्रथम स्थान: पुंडरीक महाराज
Written By: हरि प्रसाद शर्मा अप्रैल 09, 2025 20:55 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
पुष्कर/अजमेर। धार्मिक नगरी पुष्कर स्थित प्रेम प्रकाश आश्रम में चल रहे श्रीमद् ब्रह्मा भागवत संगीतमय ज्ञान सप्ताह यज्ञ के सप्तम दिवस बुधवार को व्यासपीठ से कथावाचक श्रीमन्माध्वगौडेश्वर वैष्णवाचार्य पुंडरीक गोस्वामी ने सुदामा चरित्र का भावपूर्ण वर्णन किया।
पुंडरीक महाराज ने कहा कि पुष्कर तीर्थ में श्रीमद्भागवत करना पौराणिक दृष्टि से सर्वोच्च स्थान रखता है। उन्होंने बताया कि ब्रह्मा जी ने वेदों के आधार पर सृष्टि की रचना की और जीवन के संचालन हेतु नियम स्थापित किए। उन्होंने कहा कि हमें सृष्टि की उस व्यवस्था के अनुरूप जीवन जीना चाहिए।
उन्होंने ब्रह्मा जी के कमंडल की महत्ता बताते हुए कहा कि जल का जीवन में विशेष स्थान है—”जल ही जीवन है।” कथा के दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि प्रभु के पास दर्शन के लिए जाएं, न कि प्रदर्शन के लिए। उन्होंने आज के दौर में लोगों की प्रवृत्तियों पर कटाक्ष करते हुए यह संदेश दिया।
पुंडरीक महाराज ने यह भी कहा कि मनुष्य का परिश्रम और उसकी प्रशंसा जीवनभर उसके साथ चलते हैं। उनके सरल स्वभाव और आत्मीयता से प्रभावित होकर श्रद्धालु व अनुयायी लगातार उन्हें अपने निवास पर पदरावणी हेतु आमंत्रित कर रहे हैं। मंगलवार रात उन्हें अजमेर निवासी शिष्य जितेंद्र पाराशर के निवास पर पदरावणी हेतु ले जाया गया, जहाँ श्रद्धा और सम्मानपूर्वक उनका स्वागत हुआ।
कथा का विश्राम बुधवार को मध्याह्न पश्चात हुआ। इस अवसर पर आयोजक परिवार पंडित सुरेश शर्मा, नरेंद्र शर्मा व वेंकटेश शर्मा द्वारा सभी श्रोताओं, श्रद्धालुओं एवं अनुयायियों को भागवत की प्रसादी वितरित की गई, जिसे संत महात्माओं ने भी ससम्मान ग्रहण किया।