गौरव कोचर
टेलीग्राफ टाइम्स
दौसा (राजस्थान): राजस्थान के दौसा जिले के भांडारेज कस्बे में भगवान देवनारायण की मूर्ति खंडित किए जाने की घटना के बाद गुर्जर समाज में गहरा रोष व्याप्त है। समाज के लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
गुर्जर समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, कुछ असामाजिक तत्वों ने भगवान देवनारायण की प्रतिमा तोड़ी, जिससे समाज में नाराजगी है। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हालांकि, गुर्जर समाज के लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो यह मामला बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है। समाज के नेताओं ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो उग्र विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
भगवान देवनारायण कौन हैं?
भगवान देवनारायण राजस्थान, हरियाणा और मध्य प्रदेश में पूजित लोक देवता हैं। वे एक पराक्रमी योद्धा और शासक थे, जिन्होंने अत्याचारी शासकों के खिलाफ संघर्ष किए। गुर्जर समाज उन्हें भगवान विष्णु का अवतार मानता है और उनकी विशेष रूप से पूजा करता है।
प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी निगाहें
फिलहाल, पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है। इस मामले को लेकर गुर्जर समाज के लोग प्रशासन की कार्रवाई पर नजर बनाए हुए हैं। अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो यह मामला बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन में बदल सकता है।