तीन घंटे के भीतर चार देशों में भूकंप के झटके, भारत, नेपाल, तिब्बत और पाकिस्तान की धरती हिली

Edited By: नरेश गुनानी
फ़रवरी 28, 2025 07:57 IST
टेलीग्राफ टाइम्स

तीन घंटे के भीतर चार देशों में भूकंप के झटके, भारत, नेपाल, तिब्बत और पाकिस्तान की धरती हिली

नई दिल्ली: बीते तीन घंटों के भीतर भारत समेत नेपाल, तिब्बत और पाकिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, ये भूकंप अलग-अलग समय पर आए और रिक्टर स्केल पर इनकी तीव्रता 4.1 से 5.5 के बीच रही। हालांकि, अब तक किसी भी देश में जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।

भारत में पटना में महसूस हुए तेज झटके

भारत में भूकंप का झटका बिहार की राजधानी पटना में 2:35 बजे महसूस किया गया। इस दौरान धरती हिलने से घबराए लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। इस भूकंप की तीव्रता 5.5 मापी गई, और इसका केंद्र नेपाल के बागमती प्रांत में था, जो बिहार के मुजफ्फरपुर से लगभग 189 किलोमीटर उत्तर में स्थित है।

नेपाल और तिब्बत में भी हिली धरती

नेपाल में भी ठीक उसी समय, यानी 2:35 बजे, भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र बागमती प्रांत में स्थित था। नेपाल के अलावा, पड़ोसी देश तिब्बत में भी शुक्रवार सुबह 2:48 बजे भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 4.1 दर्ज की गई। यह भूकंप धरती के 70 किलोमीटर गहरे हिस्से में उत्पन्न हुआ, जिससे सतह पर ज्यादा असर नहीं पड़ा।

पाकिस्तान में सुबह 5:14 बजे भूकंप

पाकिस्तान में भी शुक्रवार सुबह 5:14 बजे तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.5 रही। झटके महसूस होते ही वहां भी लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। इससे पहले 16 फरवरी को भी पाकिस्तान में भूकंप के झटके आए थे, जिसका केंद्र रावलपिंडी से 8 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में था।

भूकंप क्यों आता है?

भूकंप का सीधा संबंध पृथ्वी की संरचना और टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचलों से होता है। पृथ्वी की ऊपरी सतह कई टेक्टोनिक प्लेट्स पर टिकी हुई है, जो लावा के ऊपर तैरती रहती हैं। जब ये प्लेटें आपस में टकराती हैं या एक-दूसरे के ऊपर चढ़ने की कोशिश करती हैं, तो तनाव बढ़ता है। जब यह तनाव अचानक टूटता है, तो विशाल ऊर्जा बाहर निकलती है, जिससे भूकंप आता है।

रिक्टर स्केल और भूकंप की तीव्रता

भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है, जिसकी रेंज 1 से 9 तक होती है।

1-3 तीव्रता: बेहद हल्का, कई बार महसूस नहीं होता।

4-5 तीव्रता: हल्का झटका, लेकिन नुकसान की संभावना कम।

6-7 तीव्रता: मध्यम स्तर का भूकंप, इमारतों को नुकसान हो सकता है।

7-9 तीव्रता: बेहद शक्तिशाली और विनाशकारी भूकंप, बड़े स्तर पर तबाही मचा सकता है।

भूकंप से कैसे बचें?

1. भूकंप के दौरान सुरक्षित स्थान पर जाएं: मजबूत टेबल के नीचे छुपें या दीवार के पास खड़े रहें।
2. खुले स्थान पर निकलें: यदि संभव हो तो खुले मैदान की ओर जाएं।
3. लिफ्ट और सीढ़ियों का इस्तेमाल न करें।
4. बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें।
5. आपातकालीन किट तैयार रखें: टॉर्च, रेडियो, जरूरी दवाइयां और पीने का पानी रखें।

 

 

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