झुंझुनूं: डिप्टी सीएम का बेटा बनकर CI को धमकाने वाला युवक गिरफ्तार
Reported by : संजय पुनिया
Edited By : नरेश गुनानी
अप्रैल 03, 2025 17 :27 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
झुंझुनूं जिले के चिड़ावा से एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने खुद को डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा का बेटा और सीएम भजनलाल शर्मा का भतीजा बताकर पुलिस अधिकारी को निलंबित कराने की धमकी दी। पुलिस ने इस युवक को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं।
कैसे खुला मामला?
चिड़ावा पुलिस थाने के सीआई आशाराम गुर्जर को रात करीब 7:45 बजे पुलिस कंट्रोल रूम से एक कॉल आया। कॉलर ने दावा किया कि वह डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा का बेटा आशु सिंह है और सीआई उनकी कॉल रिसीव नहीं कर रहे। इस पर सीआई ने किसी भी कॉल को रिसीव न करने की बात कही। कुछ देर बाद उसी व्यक्ति ने सीआई को फिर कॉल किया लेकिन बिना कुछ कहे फोन काट दिया।
इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम से दोबारा सीआई को फोन कर बताया गया कि डिप्टी सीएम का बेटा नाराज हो रहा है क्योंकि उनकी कॉल रिसीव नहीं की जा रही। जब सीआई ने दोबारा कॉल किया, तो आरोपी युवक ने फोन नहीं उठाया। थोड़ी देर बाद फिर से कॉल आया, जिसमें उसने सीआई से कहा कि “आपने शराब पी रखी है, अभी आपका मेडिकल करवाता हूं और फिर सस्पेंड करवाऊंगा।” वह खुद को कभी सीएम का भतीजा तो कभी बेटा बताता रहा।
पुलिस जांच में युवक का सच आया सामने
सीआई आशाराम गुर्जर ने जब कॉल की डिटेल्स खंगाली तो पता चला कि यह फोन झुंझुनूं जिले के चिड़ावा क्षेत्र की पुरानी बस्ती से किया जा रहा था। इसके बाद पुलिस की एक टीम रात करीब 10 बजे पुरानी बस्ती पहुंची, जहां पर विशाल सारस्वत नाम का युवक अपने घर पर नशे की हालत में मिला। पुलिस को देखकर वह गुस्से में आ गया और अधिकारियों से पूछताछ करने लगा।
पुलिस ने की कार्रवाई
जब पुलिस ने विशाल सारस्वत के पास से मोबाइल फोन जब्त किए, तो पता चला कि उसने सीआई आशाराम गुर्जर, पुलिस कंट्रोल रूम झुंझुनूं और एसपी झुंझुनूं को लगातार कॉल किए थे। आरोपी को तुरंत हिरासत में लिया गया और उसका मेडिकल परीक्षण करवाया गया। इसके बाद उसे शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
आगे की जांच जारी
इस पूरे मामले की जांच एएसआई ओमप्रकाश को सौंपी गई है। पुलिस इस घटना की विस्तृत जांच कर रही है और इस बात की संभावना जताई जा रही है कि आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
यह घटना पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हुई, जहां एक नशे में धुत युवक ने खुद को प्रभावशाली व्यक्तियों का रिश्तेदार बताकर पुलिस अधिकारी को धमकाने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और कानून व्यवस्था बनाए रखी गई।