जोधपुर में आवारा कुत्तों का आतंक: विदेशी पर्यटकों पर हमला, प्रशासन पर सवाल
लोकेंद्र सिंह शेखावत
टेलीग्राफ टाइम्स
जोधपुर, जिसे अपनी ऐतिहासिक हवेलियों, खूबसूरत बावड़ियों और राजसी किलों के लिए जाना जाता है, इन दिनों आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या से जूझ रहा है। हाल ही में शहर घूमने आईं दो विदेशी महिला पर्यटकों पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं।
स्थानीय लोगों ने दिखाई तत्परता

पहली घटना पचेटिया हिल्स क्षेत्र में हुई, जहां एक विदेशी महिला पर्यटक पर कुत्ते ने हमला कर दिया। उसके चीखने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और उसे नवचौकिया हॉस्पिटल पहुंचाया। कुछ ही घंटों बाद, तूरजी का झालरा के पास दूसरी विदेशी महिला पर्यटक पर भी कुत्तों ने हमला कर दिया।
नगर निगम की लापरवाही पर उठे सवाल
इस तरह की घटनाओं के बाद नगर निगम की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं। शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पहले भी चिंता का विषय रही है, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि प्रशासन को बार-बार इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
पर्यटकों की सुरक्षा पर संकट
हर दिन जोधपुर में सैकड़ों पर्यटक पुरानी हवेलियों, ऐतिहासिक स्थलों और बाजारों का दौरा करने आते हैं। ऐसे में, आवारा कुत्तों का बढ़ता खतरा पर्यटन उद्योग पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह जोधपुर की पर्यटन छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रशासन को जल्द कदम उठाने की जरूरत
शहर के निवासियों और व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन को जल्द से जल्द आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण पाने के लिए कदम उठाने चाहिए। नसबंदी अभियान को तेज करने, कुत्तों के लिए विशेष आश्रय गृह बनाने और प्रभावित इलाकों में नियमित निगरानी रखने की जरूरत है।
अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह भविष्य में और भी गंभीर रूप ले सकती है और शहर की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई करे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।