Edited By: धनंजय त्यागी
मार्च 01, 2025 09:55 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
चमोली एवलांच: 47 मजदूरों को बचाया गया, 8 अब भी फंसे, रेस्क्यू जारी
उत्तराखंड के चमोली जिले में आए हिमस्खलन (एवलांच) को 24 घंटे से अधिक समय हो चुका है। इस प्राकृतिक आपदा में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के 55 मजदूर फंस गए थे, जिनमें से अब तक 47 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है, जबकि 8 मजदूर अभी भी फंसे हुए हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, ITBP, BRO, SDRF और NDRF की टीमें लगातार जुटी हुई हैं। खराब मौसम के कारण बचाव कार्य में कठिनाइयां आ रही हैं, लेकिन जैसे ही मौसम सुधरेगा, ऑपरेशन को तेज कर दिया जाएगा। इस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड ज़ीरो पर पहुंच चुके हैं और रेस्क्यू अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
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रेस्क्यू अभियान जारी, 8 मजदूरों की तलाश में टीमें जुटीं
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, फंसे हुए मजदूरों का रेस्क्यू जारी है। शुक्रवार सुबह 6:30 बजे आए इस एवलांच के कारण BRO प्रोजेक्ट में काम कर रहे मजदूर बर्फ में दब गए थे। शनिवार सुबह तक 14 और मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जिससे कुल 47 लोगों को बचाया जा चुका है।
फंसे हुए मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर सहित विभिन्न राज्यों से हैं। प्रशासन उनके सुरक्षित बाहर आने की हर संभव कोशिश कर रहा है।
ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे पर भी मलबा गिरा, रास्ता अवरुद्ध
चमोली के अलावा, कर्णप्रयाग के पास ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे पर भी पहाड़ों का मलबा गिरने से रास्ता अवरुद्ध हो गया है। वीडियो फुटेज में देखा जा सकता है कि हाइवे पर बड़े-बड़े पत्थर गिरे हुए हैं, जिससे यातायात ठप हो गया है।
प्रशासन ने तुरंत मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया है ताकि हाईवे को जल्द से जल्द बहाल किया जा सके।
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सीएम धामी मौके पर पहुंचे, राहत कार्यों का लिया जायजा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं चमोली पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा ले रहे हैं। उन्होंने बचाव दलों को हर संभव सहायता देने के निर्देश दिए हैं। सेना का Mi-17 हेलिकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर रखा गया है, ताकि मौसम ठीक होते ही राहत कार्यों को और तेज किया जा सके।
सरकार ने फंसे मजदूरों के परिवारों को हर संभव सहायता का भरोसा दिया है और तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है।