Edited By: गणेश शर्मा मार्च 01, 2025 20:27 IST
टेलीग्राफ टाइम्स
कोटा में बन रही देश की सबसे अनूठी टनल: टाइगर रिजर्व के नीचे से गुजरेगा हाईवे, वन्यजीवों को नहीं होगा नुकसान
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का हिस्सा होगी 8-लेन टनल
राजस्थान के कोटा जिले में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे देश की सबसे अनोखी 8-लेन टनल का निर्माण किया जा रहा है। यह टनल दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगी और इसे ऑस्ट्रेलियाई तकनीक से बनाया जा रहा है। शुक्रवार को इस 4.9 किलोमीटर लंबी टनल की खुदाई का काम पूरा कर लिया गया। जैसे ही दोनों सिरे मिले, वहां मौजूद इंजीनियर और श्रमिकों ने जश्न मनाया।
टनल के ऊपर टाइगर रिजर्व, नीचे फर्राटा भरेंगी गाड़ियां
इस टनल की सबसे खास बात यह है कि इसके ऊपर मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में वन्यजीव बिना किसी बाधा के विचरण कर सकेंगे, जबकि नीचे हाईवे का ट्रैफिक सुचारू रूप से चलेगा। इस निर्माण में प्रकृति और वन्यजीवों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। यह टनल करीब 60 मीटर गहरी बनाई गई है, जिससे जंगली जानवरों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी।
1200 करोड़ की लागत, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
यह प्रोजेक्ट 1200 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जा रहा है। टनल के बन जाने से एनएच-52 पर दरा के पास 10 किलोमीटर के क्षेत्र में लगने वाले भीषण ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिल जाएगी। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के यातायात का दबाव भी कम हो जाएगा।

दिल्ली-मुंबई की दूरी होगी कम, सफर होगा तेज
इस टनल के बनने से दिल्ली और मुंबई के बीच की 1350 किलोमीटर की यात्रा महज 12 घंटे में पूरी की जा सकेगी। यह हाईवे राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र को तेज और सुगम कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
2025 के अंत तक पूरा होगा टनल का निर्माण
टनल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और 2025 के अंत तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल कोटा के गोपालपुरा माता मंदिर के पास से दिल्ली की ओर हाईवे चालू कर दिया गया है, जबकि कोटा जिले के चेचट से मुंबई की ओर वाहनों की आवाजाही शुरू हो चुकी है। टनल के बनते ही यह हाईवे कोटा जिले को सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ देगा।
नए युग की हाईटेक टनल, आधुनिक तकनीक का उपयोग
इस टनल के निर्माण में दुनिया की सबसे हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। निर्माण से लेकर इसके संचालन तक अत्याधुनिक संसाधनों का उपयोग होगा, जिससे यह देश की सबसे आधुनिक और सुरक्षित टनलों में से एक होगी।
कोटा का विकास और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस हाईवे के पूरा होने से कोटा और आसपास के क्षेत्रों का विकास और पर्यटन को भी नई गति मिलेगी। मुकुंदरा टाइगर रिजर्व आने वाले पर्यटकों को बिना किसी ट्रैफिक बाधा के सफर करने की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, कोटा को एक महत्वपूर्ण ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित करने में भी यह टनल अहम भूमिका निभाएगी।
टनल के निर्माण से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के यातायात को राहत मिलेगी, जंगली जानवरों को कोई नुकसान नहीं होगा और देश को एक और तकनीकी चमत्कार मिलेगा।