Telegraph Times
Naresh Gunani
खैरथल-तिजारा :सात साल की बच्ची को कुत्तों ने मार डाला। उसके सिर और पैर को खा गए। पेट को इतना नोचा कि आंते बाहर आ गईं। चमड़ी सहित बाल उखाड़ डाले। लहूलुहान बॉडी जिसने भी देखी, उसका कलेजा मुंह को आया। बच्ची अपनी बहनों के साथ खेत से घर लौट रही थी। तभी यह हादसा हो गया। घटना खैरथल-तिजारा के किरवारी गांव में बुधवार दोपहर करीब 2 बजे हुई।
जिस खेत में कुत्तों ने लड़की पर हमला किया, वहां सरसों की फसल पूरी तरह टूट चुकी है। वहां की स्थिति देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कुत्तों ने किस तरह से बच्ची को खाया होगा। मौके पर बच्ची के सिर के पूरे बाल चमड़ी के साथ पड़े हुए थे। वहां की मिट्टी खून से सन गई थी।
पास में खेत में काम कर रहे बलराम यादव और कृष्ण यादव के पास बाकी लड़कियां भागते हुए पहुंचीं। पूरी घटनाक्रम के बारे में बताया। बलराम और कृष्ण लोहे के पाइप लेकर उस ओर दौड़े। वहां देखा कि सरसों के खेत में 5 से 6 कुत्ते एक बच्ची को नोच रहे हैं। उन्होंने तुरंत कुत्तों को मारकर भगाया और बच्ची को ट्रैक्टर में लेकर सैटेलाइट हॉस्पिटल खैरथल के लिए भागे। इस दौरान कुत्तों ने उनका पीछा भी किया।
घर से डेढ़ किमी दूर खेत में गई थी
किरवारी गांव के रहने वाले आस मोहम्मद ने बताया- मेरे छोटे भाई साहुन की इकलौती बेटी इकराना (7) एक जनवरी की दोपहर में खेत में बने कुएं पर गई थी। कुएं की घर से दूरी करीब डेढ़ किमी है। उसके साथ जानिस्ता (9), अलफिजा (6), वफाना (9), रोनिसा (8) भी थीं। जानिस्ता और अलफिजा मेरे भाई फारूक की, वफाना मेरे भतीजे अनीश की बेटी है। रिश्ते में मेरे दामाद लगने वाले ओसाफ की बेटी रोनिसा है। खेत पर मेरे पिता सरदार खान पहले से मौजूद थे।
रेलवे फाटक नंबर 91 बंद होने के कारण ट्रैक्टर जाम में फंस गया। इसके बाद बच्ची को बाइक से सैटेलाइट हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।