नरेश गुनानी
टेलीग्राफ टाइम्स
12 फ़रवरी
जयपुर:पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सचिन पायलट ने कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि फोन टैपिंग बहुत गंभीर अपराध है। वो चाहे पहले हुआ हो या अब हुआ, उसकी जांच होनी चाहिए। जो भी नेता, अफसर, पुलिस अफसर दोषी हो, उनका सच सामने आना चाहिए। हर गलती सजा मांगती है, गलती करेगा तो सजा मिलनी चाहिए। पायलट बुधवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ये किसी के आरोप नहीं है बल्कि सरकार के कैबिनेट मंत्री ने खुद कहा है कि उनका फोन टैप हो रहा है। सरकार का कैबिनेट मंत्री आरोप लगा रहा है, सरकार के कार्रवाई करने की जगह संगठन जवाब मांग रहा है। किसी भी व्यक्ति की प्राइवेसी का हनन कोई सरकार नहीं कर सकती। जब वह नागरिक सरकार का एक मंत्री है और सार्वजनिक मंच से बोल रहा है लेकिन सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है। सरकार का मंत्री सरकार का नुमाइंदा होता है और उसका मतलब है कि सरकार खुद बोल रही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा का सत्र जारी है और हमारी पार्टी ने सदन में जिस तरह से मांगों को उठाया, सरकार के पास उसका कोई जवाब नहीं है। पायलट ने कहा कि यह गंभीर बात है कि सत्ताधारी दल के विधायक ने पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय शिवचरण माथुर के सरकार के समय के आरोप लगाए हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि व्यक्ति इस दुनिया में नहीं है, दशकों पुरानी बात को लेकर अब कोई आरोप प्रत्यारोप करें यह ठीक नहीं है। सरकारों के इतिहास में जाकर सरकार फोन टैपिंग के आरोपों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।
हाइकोर्ट की आरपीएससी को लेकर की गई टिप्पणियों पर सचिन पायलट ने कहा कि आरपीएससी वह संस्था है जहां से नौजवानों का भविष्य तय होता है। लंबे समय से मैं खुद भी कहता आया हूं और लोग भी कहते हैं कि आरपीएससी का गठन और चयन प्रक्रिया जवाबदेही हो। लगता है कि सरकार के पास अब कोई कारण बचा नहीं है। कोई बहाना नहीं बचा है। वह परिवर्तन करें नौजवानों का भरोसा अगर आरपीएससी के काम करने के तरीके से उठ जाएगा। तो विश्वास खत्म हो जाएगा। चाहे वह चयन प्रक्रिया है या इंटरव्यू है या परीक्षा की कार्य प्रणाली है। उन सब पर अगर नौजवानों का विश्वास खत्म हो जाएगा तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। आरपीएससी में जो हुआ वह पूरा एक्सपोज हो चुका है। बिना समय जाया करें उसमें मूलभूत परिवर्तन करना होगा।
दिल्ली चुनाव में पार्टी की हार को लेकर पायलट ने स्वीकार किया कि दिल्ली चुनाव में हमारी पार्टी का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा। हम लोग वहां चुनाव लड़े थे। दिल्ली में हमारी लंबे समय तक सरकार रही और लंबा जन आधार रहा। अब हमारा प्रयास है कि दिल्ली में अपनी जगह मजबूत करें। आम आदमी पार्टी अब चुनाव हारी है लेकिन हम अपनी जीत के लिए और अपनी जड़ों को मजबूत करने के लिए चुनाव लड़े थे।