गणेश शर्मा
टेलीग्राफ टाइम्स
31जनवरी
नई दिल्ली– खगोल विज्ञान प्रेमियों और वैज्ञानिकों के लिए एक रोमांचक खबर है! आने वाले दिनों में आसमान में एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिलेगी, जब सौरमंडल के सात प्रमुख ग्रह एक सीध में दिखाई देंगे। यह खगोलीय संयोग बहुत कम होता है और इसे ‘प्लैनेटरी अलाइनमेंट’ कहा जाता है।
कब और कहां दिखेंगे सातों ग्रह?
खगोलविदों के अनुसार, यह अनोखी घटना 28 फरवरी बुधवार को होगी, जब बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून एक सीधी रेखा में आ जाएंगे। हालांकि, इनमें से कुछ ग्रह नग्न आंखों से स्पष्ट रूप से दिखाई देंगे, जबकि कुछ को दूरबीन की मदद से देखा जा सकेगा। इस घटना को सबसे अच्छे तरीके से देखने के लिए विशेषज्ञ सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद का समय सुझा रहे हैं।
क्या होगा पृथ्वी पर असर?
इस खगोलीय घटना के वैज्ञानिक और ज्योतिषीय दोनों दृष्टिकोण से अलग-अलग प्रभाव हो सकते हैं:
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस तरह के ग्रहों के संरेखण से पृथ्वी पर कोई विशेष भौतिक प्रभाव नहीं पड़ता। हालांकि, यह खगोल विज्ञान और ब्रह्मांड की समझ बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। इस तरह के संयोग से गुरुत्वाकर्षण बलों का हल्का प्रभाव हो सकता है, लेकिन यह किसी बड़े प्राकृतिक परिवर्तन का कारण नहीं बनता।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जब इतने सारे ग्रह एक साथ एक सीध में आते हैं, तो इसका प्रभाव पृथ्वी और मानव जीवन पर पड़ सकता है। इसे कुछ राशियों के लिए शुभ और कुछ के लिए चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है। यह घटना वैश्विक अर्थव्यवस्था, राजनीति और जलवायु में भी बदलाव ला सकती है।
ऐसा संयोग?
ऐसी दुर्लभ घटनाएं हजारों सालों में कभी-कभी होती हैं, ऐसी अद्भुत घटना होने में करीब 175 वर्ष लग जाते हैं।
कैसे देखें इस अद्भुत नजारे को?
दूरबीन या टेलीस्कोप का उपयोग करें – कुछ ग्रहों को नग्न आंखों से देखना कठिन हो सकता है, इसलिए एक अच्छे टेलीस्कोप की मदद लें।
प्रकाश प्रदूषण से दूर जाएं – शहरों में रोशनी ज्यादा होने से ग्रहों को देखना मुश्किल हो सकता है।
सही समय पर देखें – सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के तुरंत बाद देखने का सबसे अच्छा मौका होगा।
निष्कर्ष | यह ग्रहों का संरेखण वैज्ञानिकों, ज्योतिषियों और आम जनता के लिए एक दिलचस्प अवसर है। हालांकि इसका पृथ्वी पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं होगा, लेकिन यह खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए एक अविस्मरणीय दृश्य होगा। यदि आप भी इस अद्भुत घटना का गवाह बनना चाहते हैं, तो अपनी दूरबीन तैयार रखें और आसमान पर नज़र बनाए रखें!