नरेश गुनानी
टेलीग्राफ टाइम्स
6 फरवरी
नई दिल्ली: अमेरिका में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे भारतीय प्रवासियों को वापस भेजे जाने के मुद्दे पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह सभी देशों की ज़िम्मेदारी है कि वे अपने अवैध प्रवासियों को वापस लें, बशर्ते उनकी नागरिकता की पुष्टि स्पष्ट रूप से हो जाए।
विदेश मंत्री ने कहा कि निर्वासन की प्रक्रिया कोई नई नहीं है और यह अंतरराष्ट्रीय संबंधों में स्वीकृत सिद्धांत है। यह केवल भारत ही नहीं, बल्कि सभी देशों पर लागू होता है।

बुधवार को अमेरिकी सेना का एक विशेष विमान अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों को लेकर अमृतसर के श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। यह निर्वासन अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार सत्ता संभालने के बाद भारतीय प्रवासियों की वापसी का पहला मामला है।
सरकार ने इस मुद्दे पर स्पष्ट किया है कि ऐसे मामलों में भारत की नीति हमेशा अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुरूप रही है और नागरिकता की पहचान सुनिश्चित किए बिना किसी को भी स्वीकार नहीं किया जाएगा।